नाचें गाएँ चित्र बनाएँ
अभिनय करके सिख सिखाएँ
अपनी बातों को कहें हम
ऐसाएक संसार बनाएँ
हम बच्चों की हो एक दुनिया
जहाँ हँसे खेले और सीखें
हारकर भी मुस्कुराना
जितना पर अहम् न करना
सहयोग की ही रहे भावना
करे हर कठिनाई का सामना
बाल महोत्सव में यह सब कुछ
सीखेंगे हम सब ये सबकुछ
हमें मिला है अपना मंच
करेंगे अपने सपने सच
आओ मिलकर हाथ बताएं
नया कुछ हम कर दिखाएँ
Wednesday, July 23, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment